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मानसिक स्वास्थ्य जरुरी है !

बिना मानसिक स्वास्थ्य , स्वास्थ्य का कोई मतलब नहीं है !

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) मानसिक स्वास्थ्य की अवधारणा को “कल्याण (हाल चाल) की स्थिति के रूप में मानता है जिसमें व्यक्ति अपनी क्षमताओं का एहसास करता है, जीवन के सामान्य तनावों का सामना कर सकता है, उत्पादक और फलदायी रूप से काम कर सकता है और अपने समुदाय को योगदान देने में सक्षम होता है।” मानसिक विकार और मनो-सक्रिय पदार्थ-संबंधी विकार दुनिया भर में अत्यधिक प्रचलित हैं और रुग्णता, विकलांगता और समय से पहले मृत्यु दर में प्रमुख योगदानकर्ता हैं। जिसके कारण मानव संसाधन की कमी के चलते सकल राष्ट्रिय उत्पाद (GNP) में कमी का सामना करना पड़ता है। जो समुदाय , समाज और राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

मानसिक स्वास्थ्य में हम बौद्धिक और भावनात्मक परिपेक्ष्य , मनोवैज्ञानिक संतुलन और सामाजिक कल्याण जैसी स्थितियों को शामिल करते हैं। आमतौर पर ये सब हमारी सोच, महसूसपन और कार्यान्वयन में मुख्य भूमिका निभाते हैं। हमारी रोजमर्रा के मनोवैज्ञानिक, भावनात्मक और बौद्धिक फैसले भी हम इन्हीं सब के इर्द गिर्द और इनसे प्रभावित होकर करते हैं। मानसिक स्वास्थ्य के इस तानेबाने को हम जीवन के हर चरण में महसूस करते हैं। मानसिक स्वास्थ्य संतुलन के असंतुलित होने पर इसके नकारात्मक परिणाम हम अपने जीवन पर सीधे रूप में देख सकते हैं। लम्बे समय तक इस असंतुलन के चलते हम अपने आपको तनाव, अवसाद, चिंता जैसी स्थितियों से घिरा हुआ पाते हैं। सही समय पर उठाये गए उपयुक्त कदम से हम इससे मुक्त हो सकते हैं। जैसे – अपने भावनात्मक जद्दोजहद के बारे में बात करें, ध्यान (मैडिटेशन) का नियमित अभ्यास करें, शारीरिक व्यायाम करें, जरुरत पड़ने पर किसी पेशेवर या मनोवैज्ञानिक सलाह लें आदि।


 

हमें मानसिक स्थिति के प्रति जागरुकात्मक रवैया अपनाना चाहिए। समाज में फैली भ्रांतियों के अनुसार मानसिक स्थिति को एक कलंक, बहिष्कार और भेदभाव के चलते कठिन बना दिया गया है। जो मानसिक स्वास्थ्य और मानसिक बिमारी में जागरूकता और जानकारी के आभाव में अंतर करने में सक्षम नहीं है। फलस्वरूप नकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य एक बिडंबना बन कर हमारे सामने उपस्थित है।

 

मानसिक स्वास्थ्य सामाजिक अवधारणा के विपरीत स्थिति है जिससे हर कोई किसी न किसी रूप में प्रभावित है। सामान्य तौर पर सामाजिक अवधारणा के अनुसार नकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य को बीमारी समझकर पागलपन के रूप में देखा जाता है। जिससे लोग आपस में इस पर चर्चा करने से बचते हैं। इससे समाज के सारे वर्ग सामान रूप से पीड़ित हैं। विभिन्न रिपोर्टों के आधार पर भारत में हर सात में से एक व्यक्ति नकारात्मक मानसिक स्थिति का शिकार है। हमें इससे निपटने के लिए मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जानकार और जागरूक होना होगा।

मानसिक स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं को पहचानने के शुरूआती संकेत –

  1. अपने आप को लोगों और सामान्य गतिविधियों से दूर कर लेना।
  2. भ्रमित (कन्फ्यूजन) सोच या ध्यान केंद्रित करने में परेशानी का होना।
  3. व्यवहारात्मक दिनचर्या में परिवर्तन।
  4. आत्मघाती (खुदखुशी) सम्बंधित सोच।
  5. थकान, कम ऊर्जा या नींद न आने की समस्या।
  6. मादक और धूम्रपान पदार्थों के लिए बढ़ती रूचि।
  7. अधिक क्रोध का आना।
  8. दैनिक समस्याओं या तनाव से निपटने में असमर्थता।
  9. असहाय या निराश महसूस करना।
  10. गैर नियमित खाने की आदत का शुरू होना।

ये या इससे सम्बंधित संकेत खराब मानसिक संकेत को पहचानने में हमारी मदद कर सकते हैं। यदि आप या अपने किसी घनिष्ठ को इनसे ग्रसित देखें तो तुरंत इसके निदान के लिए उपाय ढूढें और तुरंत इससे बहार निकलें। ज्यादा लम्बे समय तक इस स्थिति में रहना आपके या आपके घनिष्ठ के लिए हानिकारक होगा ।

सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य बनाये रखने में मददगार उपाय –

  1. अपनी भावनात्मक असमंजस को साझा करें।
  2. नियमित शारीरिक व्यायाम करें।
  3. नियमित ध्यान (मैडिटेशन) करें।
  4. अपने मनोवैज्ञानिक रवैये को सकारात्मक पृष्ठभूमि के इर्द गिर्द रखें।
  5. आशावादी और सकारात्मक भावना के साथ आगे बढ़ें।
  6. मदद करें और मदद लें।
  7. स्थितियों का सामना करने और उनसे निपटने की प्रतिभा का विकास करें।
  8. सोने (नींद) के प्रति जागरूक बनें और संतुलित नींद लें।
  9. खाने-पिने पर विशेष ध्यान दें , मादक और धम्रपान से सम्बंधित पदार्थों के सेवन से बचें।
  10. जरुरत पड़ने पर पेशेवर या मनोवैज्ञानिक सलाह लें।

सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य से आप –
1. अपनी पूरी क्षमता का एहसास और उपयोग कर सकते हैं।
2. जीवन के उतार-चढ़ाव का सामना आसानी से कर सकते हैं।
3. आपके आसपास का वातावरण खुशहाल और सकारात्मक रहेगा।
4. आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा और खुशमिजाज व्यक्तित्व के कारण आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
5. कार्योत्पादकता में उन्नति महसूस करेंगे।       

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