अच्छा छिपा ना रहे !
आज के समय में सूचना तक पहुंच और उपलब्धता की अत्यधिक और तत्काल आवश्यकता है। जानकारी को प्राप्त करने पर लोगों पर इसका प्रबल और रूपांतरण प्रभाव होता है। जानकारी प्राप्त करने पर मानव मन एक सुद्रण और तथ्यात्मक क्षेत्रान्तर्गत एक तानाबाना तैयार करता है ,और इसके चलते सकारात्मक दृष्टिकोण में परिवर्तन विकसित होता है और अंततः एक स्वाभाविक मसौदा सही परिवर्तन के चलते सही निर्यण लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि यह प्राप्तकर्ता के लिए व्यक्तिगत ज्ञान की क्षमता को बढ़ाता है। सही निर्णय के परिणामस्वरूप अच्छे परिणाम हमें निकट भविष्य में मिलते हैं।
आधुनिक समय में अति व्यस्तता इस कदर हावी है कि कई बार जानकारी के लिए जागरूकता होने पर भी हमें जानकरी ,अधूरी या नहीं मिलती है। इसका मुख्य कारण जरुरी जानकारी का एक जगह न होना हो सकता है। इसका मतलब यह हो सकता है , कि जानकारी का अति विस्तार या एक ही जगह पर संग्रहण का ना होना, हमें हमारे सही निर्णय लेने में संघर्ष पैदा करा सकता है। और संघर्ष होने पर मानव मस्तिष्क संघर्षमय चीज से दूरी बनाने की कोशिश करता है। फलस्वरूप हमें टिकाऊ निर्णय के बजाय कामचलाऊ निर्णय के साथ चलना पड़ता है।
गौतम बुद्धा का एक प्रचलित विचार है " हमारे आज के विचार हमारे भविष्य के निर्माता हैं। " हम विचार का सीधा सम्बन्ध जानकारी के होने से कर सकते हैं और जानकारी को हम उचित परिणाम देने के लिए एक जरुरी कारक मान सकते हैं।
इस बातचीत संग्रह में हम आपके लिए उपलब्ध जानकारी का संग्रहण आपको संकलित कर संक्षेप में देंगे। जिससे आपके द्वारा जानकारी को प्राप्त करने में लगने वाले समय को कम किया जा सकता है ताकि आपको जरुरी जानकारी एक ही जगह पर कम समय लगा कर ही उपलब्ध हो जाये।
